Dalal Street का नाम सुना है? हाँ वही, जहाँ से भारत के शेयर बाजार की धड़कन चलती है। और उसी गली का सबसे पुराना और बड़ा खिलाड़ी है, BSE Limited (Bombay Stock Exchange)। 1875 में शुरू हुआ BSE, आज सिर्फ शेयर ट्रेडिंग नहीं, बल्कि म्यूचुअल फंड, SME लिस्टिंग, डेरिवेटिव्स, और डेट इंस्ट्रूमेंट्स जैसी कई सेवाओं का प्लेटफॉर्म बन चुका है।

क्या हाल है BSE के शेयर का?
- मार्केट कैप: ₹90,164 करोड़
- शेयर प्राइस: ₹2,216.9 (6 Sept 2025)
- 52-वीक हाई: ₹3,030 (10 जून 2025)
- यानी अभी करीब 27% डिस्काउंट पर ट्रेड कर रहा है।
IPOs और म्यूचुअल फंड में रिकॉर्ड तोड़ ग्रोथ
June 2025 तक BSE ने जो हासिल किया, वो जानिए:
- $5.25 ट्रिलियन मार्केट कैपिटलाइजेशन
- 219 मिलियन से ज़्यादा रजिस्टर्ड इनवेस्टर्स
- 721 शहरों तक पहुंच
- 81,000 म्यूचुअल फंड डिस्ट्रीब्यूटर्स का नेटवर्क
- 182.7 मिलियन म्यूचुअल फंड ऑर्डर्स, वैल्यू: ₹2.43 ट्रिलियन
July 2025 में ही 13 IPOs के ज़रिए ₹24,559 करोड़ जुटाए गए। NSDL की लिस्टिंग और 2:1 बोनस शेयर का allotment भी इसी दौरान हुआ।
कहां से आता है पैसा?
Q1 FY26 में कंपनी का Revenue और Net Profit दोनों जबरदस्त बढ़े:
| मैट्रिक | वैल्यू |
|---|---|
| Revenue | ₹958 करोड़ |
| Net Profit | ₹538 करोड़ |
| RoE | 36% |
| ROCE | 46.6% |
| P/E Ratio | 56.4 (Industry: 55.8) |
| Debt Status | Debt-Free |
Revenue Mix:
- ट्रांजैक्शन चार्जेज: ₹737.5 करोड़
- कॉर्पोरेट सर्विसेस: ₹105.4 करोड़
- क्लियरिंग फंड इनकम: ₹45.4 करोड़
- इन्वेस्टमेंट इनकम: ₹79 करोड़
ग्रोथ ड्राइवर्स क्या हैं?
- म्यूचुअल फंड बिजनेस: StAR MF Plus प्लेटफॉर्म से देश भर के distributors को seamless सुविधा मिलती है।
- ट्रेडिंग सेगमेंट: फिनांशियल सेवाओं की मांग और disposable income बढ़ने से ट्रेडिंग वॉल्यूम में बढ़ोतरी।
- नए प्रोडक्ट्स और टेक्नोलॉजी: IPO, Offer for Sale, New Bond Platform जैसे डिजिटल टूल्स का विस्तार।
रिस्क और चुनौतियाँ भी हैं
- Derivative सेगमेंट में देर से एंट्री: BSE को अभी भी long-duration contracts में पकड़ बनानी है।
- Regulatory बदलाव: भविष्य में बदलाव आ सकते हैं, खासकर derivatives मार्केट में।
- Global volatility: अंतरराष्ट्रीय घटनाएं ट्रेडिंग वॉल्यूम और इनवेस्टर्स की सेंटिमेंट को प्रभावित कर सकती हैं।
शेयरहोल्डिंग पैटर्न
| कैटेगरी | हिस्सेदारी (%) |
|---|---|
| FII | 16.78% |
| रिटेल इन्वेस्टर्स | 48.78% |
| DII | 12.33% |
| Others | 22.11% |
| Mukul Agrawal | 1.18% |
निष्कर्ष
Asia का सबसे पुराना स्टॉक एक्सचेंज आज भी इनोवेशन, टेक्नोलॉजी और इन्वेस्टमेंट की दौड़ में सबसे आगे है। IPOs की तेज़ी, म्यूचुअल फंड का ग्रोथ, और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स की ताकत, ये सब मिलकर BSE को डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर इंडिया की रीढ़ बना रहे हैं।





