₹70,000 करोड़ की सबमरीन डील: Mazagon Dock ने Indian Navy के साथ Project P-75(I) पर बातचीत शुरू की

Sumit Patel

भारत की अग्रणी डिफेंस शिपबिल्डिंग कंपनी Mazagon Dock Shipbuilders Limited (MDL) ने Submarine Project P-75(I) के लिए इंडियन नेवी के साथ बातचीत शुरू कर दी है। यह प्रोजेक्ट लगभग ₹70,000 करोड़ का माना जा रहा है और इसमें जर्मनी की Thyssenkrupp भी पार्टनर रह सकती है। MDL ने बताया कि 14 जनवरी 2025 को उसकी क्वालिफिकेशन हुई थी और 16 जनवरी 2025 को उसका कॉमर्शियल बिड ओपन किया गया।

ग्लोबल विस्तार की ओर कदम

MDL ने हाल ही में श्रीलंका की Colombo Dockyard PLC (CDPLC) में कम से कम 51% हिस्सेदारी (USD 52.96 मिलियन यानी लगभग ₹452 करोड़) खरीदने का ऐलान किया। यह अधिग्रहण 4–6 महीनों में पूरा होने की संभावना है और इससे MDL को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने शिपबिल्डिंग और रिपेयर बिज़नेस को और मजबूत करने का मौका मिलेगा।

कंपनी का सफर

MDL की शुरुआत 1774 में हुई थी और आज यह भारत का एक प्रमुख नेवल शिपयार्ड है। कंपनी ने अब तक 800 से ज़्यादा वेसल्स बनाए हैं जिनमें वॉरशिप्स, सबमरीन्स, पैसेंजर/कार्गो शिप्स और ऑफशोर प्लेटफ़ॉर्म शामिल हैं। 2024 में MDL को सरकार ने Navratna Status दिया, जो उसकी मज़बूत परफॉर्मेंस और देश की डिफेंस क्षमता को बढ़ाने में योगदान का सबूत है।

मज़बूत फाइनेंशियल्स

31 मार्च 2025 तक MDL पूरी तरह debt-free है। कंपनी का मार्केट कैप ₹1,00,000 करोड़ से ज़्यादा है और इसका ऑर्डर बुक ₹32,260 करोड़ का है। स्टॉक ने पिछले 3 साल में निवेशकों को 1,200% से भी ज़्यादा मल्टीबैगर रिटर्न दिया है। फिलहाल यह अपने 52-वीक लो ₹1,917.95 से करीब 47% ऊपर है।

निष्कर्ष

Mazagon Dock Shipbuilders भारत के डिफेंस सेक्टर में लगातार बड़े प्रोजेक्ट्स हासिल कर रही है। Project P-75(I) की बातचीत और श्रीलंका में अधिग्रहण इसके ग्लोबल एक्सपेंशन और मज़बूत ऑर्डर बुक की ओर इशारा करता है। आने वाले समय में यह कंपनी भारत की डिफेंस इंडस्ट्री को नई ऊंचाइयों तक ले जाने में अहम भूमिका निभा सकती है।

Disclaimer: ऊपर दिए गए विचार और सिफारिशें व्यक्तिगत विश्लेषकों या ब्रोकिंग कंपनियों की हैं, न कि "Finance Ghar" की। हम निवेशकों को सलाह देते हैं कि किसी भी निवेश निर्णय लेने से पहले प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श करें। निवेश में जोखिम होता है और सही जानकारी के बिना निर्णय लेना हानिकारक हो सकता है।

   
           
   
               
           

मेरा नाम सुमित पटेल है, मैं आर्टिकल राइटिंग के क्षेत्र में पिछले 2 सालों से कार्यरत हूं। शेयर मार्केट के साथ ही साथ मैं टेक, रोजगार और बिजनेस से जुड़ी जानकारी भी रखता हूं। अगर आपको मेरे द्वारा लिखे गए लेख पसंद आते हैं या फिर कोई त्रुटि नजर आती है, तो कमेंट करके हमें उसकी जानकारी जरूर दें। धन्यवाद!

    

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