अगर आप metals और mining सेक्टर की ग्रोथ कहानियों को फॉलो कर रहे हैं, तो पिछले कुछ महीनों में इस इंडस्ट्री ने वाकई कमाल किया है। बढ़ती commodity prices, मजबूत financial fundamentals, और रणनीतिक विस्तार ने कई भारतीय कंपनियों को निवेशकों की नज़र में स्टार बना दिया है। कम कर्ज, मजबूत ऑर्डर बुक और बेहतर ऑपरेशनल एफिशिएंसी के दम पर ये कंपनियां भारत के माइनिंग और मेटल्स सेक्टर को नई ऊँचाइयों पर ले जा रही हैं।

1. KIOCL Limited
KIOCL Limited, जिसे पहले Kudremukh Iron Ore Company Limited के नाम से जाना जाता था, भारत की प्रमुख iron ore mining और pellet production कंपनी है। यह दो मुख्य सेगमेंट्स में काम करती है – Pellets और Pig Iron।
कंपनी न केवल iron ore pellets और pig iron बनाती है, बल्कि operation & maintenance और mineral exploration services भी प्रदान करती है।
इसकी सेवाएं स्टील, ऑटोमोबाइल, मेटलर्जी और ऊर्जा क्षेत्रों में इस्तेमाल होती हैं।
| पैरामीटर | विवरण |
|---|---|
| मार्केट कैप | ₹30,861.60 करोड़ |
| करंट प्राइस | ₹507.80 |
| Debt-to-Equity Ratio | 0.11 |
| 6 महीने का रिटर्न | +121.89% |
2. Gujarat Mineral Development Corporation (GMDC)
GMDC की स्थापना 1963 में हुई थी। यह कंपनी bauxite, manganese, silica sand, limestone, और bentonite जैसे कई मिनरल्स के उत्पादन और प्रोसेसिंग में शामिल है।
कंपनी ने अब thermal और renewable energy प्रोजेक्ट्स में भी विस्तार किया है – खासकर wind और solar energy में।
| पैरामीटर | विवरण |
|---|---|
| मार्केट कैप | ₹19,251.72 करोड़ |
| करंट प्राइस | ₹605.40 |
| Debt-to-Equity Ratio | 0.02 |
| 6 महीने का रिटर्न | +118.26% |
3. National Aluminium Company (NALCO)
NALCO, 1981 में स्थापित, भारत की सबसे बड़ी alumina और aluminium उत्पादक कंपनियों में से एक है।
कंपनी के पास captive coal और bauxite mines हैं और यह wind power plants भी संचालित करती है, जिससे इसका बिजनेस मॉडल और भी सस्टेनेबल बनता है।
| पैरामीटर | विवरण |
|---|---|
| मार्केट कैप | ₹41,177.28 करोड़ |
| करंट प्राइस | ₹224.20 |
| Debt-to-Equity Ratio | 0.01 |
| 6 महीने का रिटर्न | +56.66% |
4. Indian Metals & Ferro Alloys Ltd
Indian Metals & Ferro Alloys Limited (IMFA) भारत की अग्रणी ferro chrome निर्माता कंपनी है। यह तीन प्रमुख सेगमेंट्स में काम करती है – Ferro Alloys, Power, और Mining।
1961 में स्थापित और Bhubaneswar में स्थित, यह कंपनी भारत और अंतरराष्ट्रीय stainless steel manufacturers को सप्लाई करती है।
| पैरामीटर | विवरण |
|---|---|
| मार्केट कैप | ₹6,614.23 करोड़ |
| करंट प्राइस | ₹1,225.90 |
| Debt-to-Equity Ratio | 0.17 |
| 6 महीने का रिटर्न | +106.83% |
5. Hindustan Copper Limited
1967 में स्थापित Hindustan Copper Limited भारत की एकमात्र integrated copper producer है।
यह कंपनी exploration, mining, smelting, refining, और beneficiation सभी चरणों में सक्रिय है। इसके उप-उत्पादों में gold, silver, sulphuric acid और copper sulphate शामिल हैं।
| पैरामीटर | विवरण |
|---|---|
| मार्केट कैप | ₹33,313.98 करोड़ |
| करंट प्राइस | ₹344.50 |
| Debt-to-Equity Ratio | 0.06 |
| 6 महीने का रिटर्न | +72.35% |
निष्कर्ष
भारत का metals और mining सेक्टर तेजी से global demand recovery का लाभ उठा रहा है।
KIOCL, GMDC, NALCO, IMFA और Hindustan Copper जैसी कंपनियां न सिर्फ मजबूत वित्तीय स्थिति में हैं, बल्कि सस्टेनेबल माइनिंग और क्लीन एनर्जी के ज़रिए आने वाले सालों में और भी तेजी से बढ़ने की संभावना रखती हैं।





