Top 5 Hidden Stocks जिनमे म्यूचुअल फंड्स ने बढ़ा ली हिस्सेदारी, जाने इन सभी के नाम

Sumit Patel

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अगस्त 2025 में कई भारतीय कंपनियों में म्यूचुअल फंड्स द्वारा हिस्सेदारी बढ़ाई गई, जो निवेशकों की बदलती रणनीति और सेक्टर-आधारित आत्मविश्वास को दर्शाता है। जब इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स किसी कंपनी में हिस्सेदारी बढ़ाते हैं, तो यह उस कंपनी के मजबूत फंडामेंटल्स और भविष्य की संभावनाओं का इशारा होता है।

यहाँ हम उन 5 कंपनियों की बात कर रहे हैं जिनमें जून 2025 से अगस्त 2025 के बीच म्यूचुअल फंड्स ने अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई है:

Syrma SGS Technology Ltd

  • मार्केट कैप: ₹15,853.27 करोड़
  • शेयर प्राइस: ₹823.70 (गिरावट: -1.37%)
  • हिस्सेदारी में बढ़ोतरी: 6.83% से 10.71%
  • कुल बढ़त: 3.88%

Syrma SGS एक चेन्नई स्थित इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग कंपनी है, जो ऑटोमोटिव, कंज़्यूमर, इंडस्ट्रियल और हेल्थकेयर सेक्टर्स को EMS सॉल्यूशन्स देती है।

HDFC Bank Ltd

  • मार्केट कैप: ₹14,84,585.95 करोड़
  • शेयर प्राइस: ₹966.90 (गिरावट: -0.12%)
  • हिस्सेदारी में बढ़ोतरी: 25.61% से 25.82%
  • कुल बढ़त: 0.21%

HDFC Bank भारत का अग्रणी प्राइवेट बैंक है, जिसकी व्यापक ब्रांच और एटीएम नेटवर्क देश के हर कोने में फैली हुई है। 1995 से ऑपरेशन्स में है।

Inox Wind Ltd

  • मार्केट कैप: ₹25,750.74 करोड़
  • शेयर प्राइस: ₹149 (बढ़त: +0.34%)
  • हिस्सेदारी में बढ़ोतरी: 6.98% से 7.59%
  • कुल बढ़त: 0.61%

Inox Wind भारत में विंड टर्बाइन और उनके कंपोनेंट्स की मैन्युफैक्चरिंग करती है। कंपनी की मौजूदगी गुजरात और मध्यप्रदेश में है और यह एंड-टू-एंड विंड एनर्जी सॉल्यूशन्स देती है।

JTEKT India Ltd

  • मार्केट कैप: ₹4,628.37 करोड़
  • शेयर प्राइस: ₹166.90 (बढ़त: +0.91%)
  • हिस्सेदारी में बढ़ोतरी: 10.68% से 11.24%
  • कुल बढ़त: 0.56%

पहले Sona Koyo Steering Systems नाम से जानी जाने वाली यह कंपनी अब JTEKT India है। यह ऑटोमोटिव सेक्टर के लिए स्टियरिंग सिस्टम, ड्राइवलाइन कंपोनेंट्स और बेयरिंग्स बनाती है। यह जापान की JTEKT Corporation की सब्सिडियरी है।

IDFC First Bank Ltd

  • मार्केट कैप: ₹52,857.37 करोड़
  • शेयर प्राइस: ₹72.03 (गिरावट: -0.54%)
  • हिस्सेदारी में बढ़ोतरी: 11.27% से 11.63%
  • कुल बढ़त: 0.36%

IDFC First Bank की शुरुआत 2018 में IDFC Bank और Capital First के मर्जर से हुई। बैंक अब रिटेल और इंफ्रास्ट्रक्चर फाइनेंस, दोनों क्षेत्रों में काम करता है।

निष्कर्ष

इन कंपनियों में म्यूचुअल फंड्स की बढ़ी हुई हिस्सेदारी यह संकेत देती है कि इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स को इनकी लंबी अवधि की संभावनाओं पर भरोसा है। ऐसे ट्रेंड्स छोटे निवेशकों के लिए भी संकेत हो सकते हैं, लेकिन निवेश से पहले स्वतंत्र रिसर्च ज़रूरी है।

Disclaimer: ऊपर दिए गए विचार और सिफारिशें व्यक्तिगत विश्लेषकों या ब्रोकिंग कंपनियों की हैं, न कि "Finance Ghar" की। हम निवेशकों को सलाह देते हैं कि किसी भी निवेश निर्णय लेने से पहले प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श करें। निवेश में जोखिम होता है और सही जानकारी के बिना निर्णय लेना हानिकारक हो सकता है।

   
           
   
               
           

मेरा नाम सुमित पटेल है, मैं आर्टिकल राइटिंग के क्षेत्र में पिछले 2 सालों से कार्यरत हूं। शेयर मार्केट के साथ ही साथ मैं टेक, रोजगार और बिजनेस से जुड़ी जानकारी भी रखता हूं। अगर आपको मेरे द्वारा लिखे गए लेख पसंद आते हैं या फिर कोई त्रुटि नजर आती है, तो कमेंट करके हमें उसकी जानकारी जरूर दें। धन्यवाद!

    

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