भारत का सेमीकंडक्टर सेक्टर आज जबरदस्त रफ़्तार से बढ़ रहा है। सरकार की ‘Make in India’ और आत्मनिर्भर भारत पहल के चलते इस इंडस्ट्री में भारी निवेश हो रहा है। और इसी तेजी का एक बड़ा फायदा मिला है Kaynes Technology India Ltd को, जिसकी ऑर्डर बुक सिर्फ दो साल में 146% बढ़ चुकी है। चलिए आसान भाषा में समझते हैं कि इस कंपनी की ग्रोथ स्टोरी क्या है और इसे नज़र में क्यों रखना चाहिए।

सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री का बूम
भारत का सेमीकंडक्टर मार्केट:
- 2023 में: $38 बिलियन
- 2025 तक अनुमानित: $45–50 बिलियन
- 2030 तक अनुमानित: $100–110 बिलियन
सरकार ने ₹1.60 लाख करोड़ से ज़्यादा के निवेश से 6 राज्यों में 10 से ज़्यादा प्रोजेक्ट मंज़ूर किए हैं। इससे भारत में चिप मेकिंग और इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग को जबरदस्त बूस्ट मिल रहा है।
Kaynes Technology की ऑर्डर बुक में जबरदस्त ग्रोथ
Quarter | Order Book Size |
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Q1 FY24 | ₹3,000.4 करोड़ |
Q1 FY26 | ₹7,401.1 करोड़ |
यानि सिर्फ 2 साल में 146% की ग्रोथ। ये दिखाता है कि मार्केट में Kaynes की डिमांड बढ़ रही है और कस्टमर्स को कंपनी की टेक्नोलॉजी और डिलीवरी पर भरोसा है।
ताज़ा नतीजे: फाइनेंशियल्स में भी दम
Kaynes Technology ने Q1 FY26 में शानदार प्रदर्शन किया:
- Revenue: ₹504 करोड़ → ₹673 करोड़ (34% ग्रोथ)
- Net Profit: ₹51 करोड़ → ₹75 करोड़ (47% ग्रोथ)
इस ग्रोथ के पीछे हैं:
- ऑपरेशनल एफिशिएंसी
- बेतहाशा बढ़ती डिमांड
- प्रॉफिटेबल प्रोडक्ट मिक्स
EMS से लेकर ESDM तक: कंपनी की नई पहचान
Kaynes अब सिर्फ एक EMS (Electronic Manufacturing Services) कंपनी नहीं रही। यह अब एक Integrated ESDM (Electronic System Design and Manufacturing) प्लेयर बन रही है:
- Embedded Design
- Prototyping
- System Integration
- ODM (Own Design Manufacturing) जिससे मार्जिन बेहतर होते हैं और ग्राहक से गहरा रिश्ता बनता है
नॉर्थ अमेरिका में एंट्री
August Electronics के अधिग्रहण से Kaynes को:
- हाई-मार्जिन क्लाइंट्स
- नई टेक्नोलॉजी और स्किल्स
- ₹175 करोड़ का FY26 रेवेन्यू मिलने की उम्मीद
इससे कंपनी का ग्लोबल फुटप्रिंट और स्ट्रैटेजिक वैल्यू दोनों बढ़े हैं।
भारत में चिप पैकेजिंग का भविष्य
- OSAT Facility: गुजरात के Sanand में बन रही है
- Capex: ₹3,400 करोड़ (FY27 तक 50% खर्च किया जाएगा)
- Proto शिपमेंट: शुरू हो चुके हैं
- कमर्शियल प्रोडक्शन: दिसंबर 2025 से शुरू होगा
इस प्रोजेक्ट से कंपनी का फोकस रहेगा:
- Export मार्केट
- India के Import Substitution में योगदान
FY26 के लिए Guidance
- Revenue Guidance: ₹4,500 करोड़
- EBITDA Margin: 16.8% से ऊपर रहने का अनुमान
- Revenue Mix: EMS, OSAT और August Electronics से मजबूत योगदान
नज़र रखने लायक क्यों?
- तेजी से बढ़ता ऑर्डर बुक
- सेमीकंडक्टर और ESDM में लीडरशिप पोजिशन
- इंटरनेशनल मार्केट में एंट्री
- सरकारी सपोर्ट और नीति का फायदा
Disclaimer: ऊपर दिए गए विचार और सिफारिशें व्यक्तिगत विश्लेषकों या ब्रोकिंग कंपनियों की हैं, न कि "Finance Ghar" की। हम निवेशकों को सलाह देते हैं कि किसी भी निवेश निर्णय लेने से पहले प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श करें। निवेश में जोखिम होता है और सही जानकारी के बिना निर्णय लेना हानिकारक हो सकता है।